कंगना रनौत ने एक नए इंटरव्यू में, फिल्म इमरजेंसी को थिएटर में रिलीज करने को अपना गलत फैसला बताया। उन्होंने News18 से बातचीत में कहा कि, ‘फिल्म की रिलीज में देरी होने से डर लगा था, खासकर तब जब CBFC (सेंट्रल बोर्ड फॉर फिल्म सर्टिफिकेशन) ने महीनों तक इसे सर्टिफाई नहीं किया। मुझे लगा कि थिएटर में फिल्म रिलीज करना गलत फैसला था। मुझे लगा था कि OTT पर अच्छा डील मिल सकता था। वहां मुझे सेंसरशिप से भी नहीं गुजरना पड़ता और मेरी फिल्म की इतनी छानबीन नहीं होती। मुझे नहीं पता था कि CBFC क्या-क्या हटाएगा और क्या रखेगा।”

कंगना ने आगे कहा कि, “फिल्म बनाने के दौरान मैंने कई गलत फैसले लिए। सबसे पहले, इस फिल्म को डायरेक्ट करने का सोचा। मैंने यह समझा कि जब कांग्रेस सरकार नहीं है… मैंने पहले ‘किस्सा कर्सी का’ फिल्म के बारे में बात की थी। उस फिल्म को आज तक कोई नहीं देख पाया और तब सभी प्रिंट्स जला दिए गए थे। इसके अलावा, कोई भी इंदिरा गांधी पर फिल्म नहीं बनाता था। ‘इमरजेंसी’ को देखकर आज की पीढ़ी हैरान होगी कि वह कैसे प्रधानमंत्री बनीं, आखिरकार तीन बार प्रधानमंत्री बनीं। मैंने चीजों को कमतर समझा और सोचा कि मैं इमरजेंसी पर फिल्म बनाकर बच सकती हूं।”
बता दें कि, फिल्म इमरजेंसी की रिलीज डेट पिछले 2 सालों से लगातार टल रही है। पहले ये फिल्म पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले रिलीज होने वाली थी, लेकिन चुनाव के कारण इसे आगे बढ़ा दिया गया। हालांकि बाद में इस फिल्म की तारीफ 6 सितंबर तय की गई, लेकिन तमाम विवादों के कारण इसे फिर से टाल दिया गया। अब ये 17 जनवरी 2025 को सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली है।
‘इमरजेंसी’ फिल्म में कंगना ने प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है। इस फिल्म की कहानी 1975 से 1977 में लगे आपातकाल पर आधारित है। फिल्म में अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े, आशोक चाबड़ा, महिमा चौधरी, मिलिंद सोमन, विशाल नायर और सतीश कौशिक भी अहम भूमिका में हैं। देखना होगा कि लंबे इंतजार के बाद फिल्म को कैसा रिस्पॉन्स मिलेगा।